#Chilli_Leaf_Curl_Virus #AgriSchool
मिर्ची रोगों के प्रति अतिसंवेदनशील फसल हैं इस फसल में आरम्भ से अंत तक कई बिमारियों का अटेक होता हैं इन प्रमुख बिमारियों में मिर्ची का मुड़िया रोग या चुर्रा मुर्रा रोग या Leaf Curl Virus प्रमुख हैं|मिर्ची में वायरस एक प्रमुख रोग बन चुका हैं एवं यह रोग मिर्ची उत्पादकों को नियंत्रण के लिए परेशान करता हैं| इस रोग से 25-50% की हानि खेतों में देखीं गई हैं|दोस्तों मिर्ची का यह वायरस रोग हमारे खेतों में सफेद मक्खी जिसे अंग्रेजी में White Fly कहते हैं द्वारा एक पौधे से दुसरे पोधे में फैलता है| यदि मिर्ची के तीन हानिकारक कीट जैसे Mite, White Fly, Thrips का अटेक फसल पर एक साथ हो जाये तो 90-100% फसल को नुकसान हो सकता हैं जिससे किसानों को अधिक नुकसान झेलना पड़ता हैं|दोस्तों मिर्ची के वायरस रोग के नियंत्रण के लिए हमें इसके वाहक सफेद मक्खी को नियंत्रण करना होता हैं केवल रासायनिक दवाओं की सहायता से वायरस को नहीं रोका जा सकता हैं इसलिए सफेद मक्खी के लिए समन्वित कीट प्रबंधन तकनीक को अपनाया जाता हैं ताकि खेत को वायरस फ्री रख सकें|
सफेद मक्खी के नियंत्रण की प्रमुख विधियाँ
१) खेद में गहरी जुताई करें ताकि वयस्क नष्ट हो जाये|
२) बीज हमेशा रोग प्रतिरोधक हो|
३) बीज शोधन जरूर करे|
४) रोपाई करने से पहले रोपण का शोधन करें|
५) खेत में उचित दूरी पर फसल लगाये एवं सिल्वर रंग की मल्चिंग का प्रयोग करे|
६) खेत के चारों ओर मक्का एवं गेंदा लगावें|
७) खेत में फसल की ऊंचाई से अधिक पीला प्रपंच लगावें|
८) जैविक कीटनाशक जैसे नीम के तेल, बवेरिया बेसियाना, वर्टीसिलीयम लेकानी का प्रयोग|
९) बिमारियों वाले पौधे निकालना यदि एक दो हो तो|
१०) निम्नलिखित केमिकल दवाओं का अदल बदल कर उपयोग कर सकते हैं 10 दिन में एक बार या आवश्यकता अनुसार|
#Pyroproxyfen 10EC
#Fenpropethrin 30EC
#Imidacloprid 17.8 SL
#Spinosad 48EC
#Acephate 75 SP
#Methyl-Demeton 25EC
#Bifenthrin #Diafenthiuron #Thiamethoxam
#Cyantraniliprole #Spirotetramat #Acetamiprid #Spiromesifen #Buprofenzin #Cypermethrin
#Deltamethrin
उपरोक्त रासायनिक तकनीकी नाम है इनके Trade Name आप पता कर उपयोग कर सकते हैं ध्यान रहे इन दवाओं को हमेशा अलग अलग उपयोग करना है एक साथ नहीं अन्यथा रासायनिक अभिक्रिया हो सकती हैं|
धन्यवाद
📱7999-81-3011 📱96175-85702